Saturday, 4 November 2017

ट्रांसल्वेनिया के इन जंगलों को कहा जाता है 'रोमानिया का बरमूडा ट्रायंगल'
रोमानिया के बीचो-बीच स्थित ट्रांसल्वेनिया में होइया बसिऊ (Hoia Baciu) नाम का एक रहस्यमयी जंगल है। वहाँ के स्थानीय निवासियों के अनुसार ये जंगल पेरानॉर्मल एक्टिविटी के लिए बदनाम है, और यहाँ आये दिन कोई न कोई ऐसी घटना होती है जो लोगों को डरा देती है।
यहाँ होने वाली इन रहस्यमयी घटनाओं की वजह से ये जंगल पूरे विश्व में बदनाम है। इस जंगल में घूमने वाले बहुत से पर्यटक जब जंगल घूम कर वापस आते हैं तो उनके शरीर पर जले हुए या खरोचों के निशान होते दिखाई देते हैं।
कभी-कभी भयंकर सिर दर्द और उबकाई भी महसूस होती है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि उन्हें पता ही नहीं होता है कि उनके साथ ऐसा कुछ हुआ है या उनको ये चोटें कैसे लगी हैं। तो आईये जानते हैं इस रहस्यमयी जंगल के बारे में।

क्यों कहा जाता है बरमूडा ट्रायंगल?

क्यों कहा जाता है बरमूडा ट्रायंगल?
पूरे विश्व में इस जंगल को रोमानिया का बरमूडा ट्रायंगल कहा जाता है। यहाँ पर लोगों को कथित तौर पर एलियन के होने के सबूत मिलना, इस जंगल में लोगों का गायब हो जाना, अजीबो-गरीब तरह के जीव दिखाई देना, इस जंगल में जाने वाले लोगो को खरोंच लगना, और कई लोगों की रहस्यमय तरीके से मौत होना इस जगह को 'बरमूडा ट्रायंगल' बनाता है। 

जंगल का सेटेलाइट व्यू

जंगल का सेटेलाइट व्यू
होइया बसिऊ जंगल रोमानिया के बीचो-बीच स्थित है। इस सेटेलाइट व्यू में जंगल का दुर्घटना संभावित क्षेत्र दर्शाया गया है।

खून के निशान। 

खून के निशान। 
पूरे जंगल में खून के निशान मिलना आम बात है। यहाँ कई बार लोगो ने काफी मात्रा में खून पड़ा हुआ देखा है। इस तस्वीर में भी ताजा खून दिखाई दे रहा है, ये अभी तक रहस्य बना हुआ है की ये खून कहाँ से आता है? और किसका है?

पेड़ों का अजीब आकार

पेड़ों का अजीब आकार
यहाँ का जंगल दूसरे जंगलों की अपेक्षा क्यों डरावना है वह तो यहाँ के पेड़ों  को देखकर ही लग जाता है। पूरे जंगल में अजीब तरह के साइज़ और शेप के पेड़ हैं जो काफी डरावने लगते हैं। 

The Lost Time

The Lost Time
जंगल में यात्रा करने वाले कुछ लोगों का दावा है कि अपनी यात्रा के दौरान के कुछ घंटे उन्हें याद ही नही हैं। ऐसा किसी एक के साथ नहीं है, बल्कि काफी लोगो का यही अनुभव रहा है। इस खोये हुए समय में उनके साथ क्या हुआ? वे किससे मिले? उन्होंने क्या देखा? उनको कुछ भी याद नहीं आता, इसलिए लोग इसे 'लुप्त समय' या 'द लॉस्ट टाइम' कहते है। 

UFO देखने का करते हैं दावा 

UFO देखने का करते हैं दावा 
कुछ लोगो द्वारा यहाँ पर एलियन का यूएफओ देखने का भी दावा किया गया है। रात में जंगल वाले अासमान में तेज रोशनी देखे जाने की भी कुछ लोगो ने बात कही है, जिससे यहाँ पर एलियन के होने या आने की आशंका है।

1968 में देखा गया था कथित UFO

1968 में देखा गया था कथित UFO
यहाँ के स्थानीय लोगो ने 1968 में आसमान में उड़न तस्तरी देखने का दावा किया है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इस एरिये में एलियन का आना-जाना लगा रहता है। स्थानीय लोगों ने कई बार आसमान में इस तरह की चीज़े देखी हैं जो यूएफओ से मिलती जुलती हैं। 

जंगल का वो हिस्सा जहाँ यूएफओ के उतरने का दावा किया जाता है 

जंगल का वो हिस्सा जहाँ यूएफओ के उतरने का दावा किया जाता है 
घने जंगल में ऐसी कई जगहे हैं जहाँ पर पेड़ नही हैं और ऊपर से देखने पर लगता है कि यहाँ पर कोई उड़नतस्तरी आकर रुकी होगी।

रात में रुकना है मना 

रात में रुकना है मना 
इस पैशाचिक जंगल में रात में रुकना सख्त मना है, ऐसा कहा जाता है कि जो यहाँ पर रात में रुकता है उसका बचना मुश्किल हो जाता है। कई पेरानॉर्मल एक्सपर्ट्स ने भी इस जगह के लिए यही बात कही है।

यदि आप घूमने जा रहे हैं, तो गोवा के इस 'लिटिल रशिया' का आनंद लेना न भूलें

यदि आप घूमने जा रहे हैं, तो गोवा के इस 'लिटिल रशिया' का आनंद लेना न भूलें 
देश में अलग-अलग राज्यों और शहरों को कुछ ख़ास नाम से भी जाना जाता है। उदाहरण के लिए छत्तीसगढ़ को 'धान का कटोरा', जयपुर को 'गुलाबी शहर' तो इंदौर को 'मिनी मुम्बई' कहा जाता है। इन राज्यों में ऐसी कुछ खासियतें होती हैं जिनकी वजह से इन्हें यह नाम मिलते हैं। गोवा के एक छोटे से गांव को भी अपनी कुछ खासियतों के कारण 'लिटिल रशिया' नाम दिया गया है। 
गोवा इतनी खूबसूरत जगह है कि यहाँ पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। यहाँ बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और कुछ लोग यहाँ बस भी जाते हैं। ऐसा ही कुछ गोवा के इस गांव में भी हुआ और इसका नाम 'लिटिल रशिया' पड़ गया।  
तो आइये जानते हैं 'लिटिल रशिया' के बारे में और भी रोचक बातें। 

गोवा का खूबसूरत गांव मोरजिम 

गोवा का खूबसूरत गांव मोरजिम 
हसीन वादियों वाले गोवा की खूबसूरती में प्यारा सा गांव 'मोरजिम' चार चाँद लगाता है। मोरजिम गोवा के पेरनेम शहर में स्थित है। यह गांव चपोरा नदी के उत्तरी तट पर बसा है। राजधानी पणजी से इस गांव की दूरी 30 km है। यहाँ बड़ी संख्या में अप्रवासी रशियन्स बसते हैं और यहाँ आमतौर पर रशियन भाषा ही बोली जाती है, इसलिए इसे 'लिटिल रशिया' भी कहां जाता है।  

60-70 से भारत आ रहे रशियन हिप्पीज 

60-70 से भारत आ रहे रशियन हिप्पीज 
कहा जाता है कि 1960-70 के दौरान गोवा में अमेरिकी और रूसी हिप्पीज आकर भारत में आना शुरू हुए और उनमे से कई गोवा में ही बस गए।  कुछ समय बाद इन अमेरिकी और रूसी हिप्पीज में विवाद बढ़ने लगा तो आपसी समझौते से अमेरिकी हिप्पीज दक्षिण और मध्य गोवा में चले गए और रूसी हिप्पीज उत्तरी गोवा में आकर बसने लगे। तभी से ही मोरजिम  में भारी तादाद में रशियन बस रहे हैं।   

15 से ज़्यादा रेस्टॉरेंट्स तो रशियन ही चलाते है 

15 से ज़्यादा रेस्टॉरेंट्स तो रशियन ही चलाते है 
कुछ हज़ार लोगों की जनसंख्या वाले इस छोटे से गांव में 15 रेस्टॉरेंट्स तो रशियन ही चलाते हैं। वही यहाँ ज़्यादा मात्रा में रशियन डिशेस ही मिलती हैं। इतना ही नहीं यहाँ के होटल्स, बीचेस और रेस्टॉरेंट्स में होर्डिंग्स भी रशियन भाषा में लगे हुए हैं। 

रशियन माफिया का है बोलबाला 

रशियन माफिया का है बोलबाला 
यहाँ रशियन लोगों के बसे होने के बारे में एक नकारात्मक बात यह है कि बड़ी संख्या में रशियन माफिया भी हैं। जो इस गांव की आबो-हवा को बिगाड़ रहे हैं। इन लोगों को इनके ख़राब व्यवहार, अश्लील पहनावा, रेव पार्टीज और अन्य आपराधिक मामलों में लिप्त होने के कारण भी नापसन्द किया जाता है। इन तरह के मामलों में ये रशियन कई दफ़ा जेल की हवा भी खा चुके हैं।   

मोरजिम बीच है आकर्षण का केंद्र 

मोरजिम बीच है आकर्षण का केंद्र 
गोवा का प्यारा सा गांव अपने 'मोरजिम बीच' के कारण मशहूर है। गोवा के अन्य बीचों की तरह ही यह बीच भी बेहद खूबसूरत है। 

मोरजिम बीच पर भी देखने को मिलेंगे रशियन भाषा के होर्डिंग्स 

मोरजिम बीच पर भी देखने को मिलेंगे रशियन भाषा के होर्डिंग्स 

कछुओं के लिए जाना जाता है यह बीच 

कछुओं के लिए जाना जाता है यह बीच 
गोवा का मोरिजम बीच कछुओं की विलुप्त हो रही प्रजाति 'ओलिव रिडले' के कछुओं का बसेरा और प्रजनन स्थान है। आपको यहाँ ये कछुए एक साथ झुण्ड में देखने को मिलेंगे।  इन कछुओं को कानूनी रूप से सुरक्षा दी गई है ताकि इन्हें विलुप्त होने से बचाया जा सके।  

देखो जैसे कोई कारवां बन चला हो 

देखो जैसे कोई कारवां बन चला हो 
गोवा के इस बीच को 'टर्टल बीच' के नाम से भी जाना जाता है। इस तस्वीर में इन कछुओं की टोली इस नाम को सार्थक भी कर रही है।  वैसे अगर आप सर्दियों में घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो इस मज़ेदार लेख को जरूर पढ़े।

दुनिया के इन 8 क्रिकेट मैदानों की खूबसूरती के आप भी हो जाएंगे दीवाने

दुनिया के इन 8 क्रिकेट मैदानों की खूबसूरती के आप भी हो जाएंगे दीवाने 
क्रिकेट प्रेमी क्रिकेट को महज़ एक खेल नहीं बल्कि धर्म की तरह मानते हैं। जैसे लोग ईश्वर के दर्शन करने मन्दिर जाते हैं वैसे ही क्रिकेट प्रेमी अपने चहेते सितारों को अपनी आंखों के सामने देखने और क्रिकेट का लुत्फ़ उठाने स्टेडियम जाते हैं।
वैसे जहाँ आधी दुनिया क्रिकेट की समर्थक है वहीं बहुसंख्यक लोग क्रिकेट को नापसंद करने वाले भी हैं। एक बात तो मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि भले ही आपको क्रिकेट में दिलचस्पी हो या न हो, लेकिन इन क्रिकेट मैदानों की खूबसूरती आपके मन को ज़रूर प्रभावित करेगी।
देखते हैं दुनिया के सबसे खूबसूरत क्रिकेट मैदान। 

8)  डैरेन सेमी क्रिकेट स्टेडियम- सेंट लूसिया

8)  डैरेन सेमी क्रिकेट स्टेडियम- सेंट लूसिया
खूबसूरत पहाड़ों की चोटियों के बीच चमकते इस मैदान का पुराना नाम 'बीयूसजौर' था। यह मैदान दुनिया के कई खूबसूरत मैदानों को टक्कर देता है। हालांकि यहाँ की दर्शक छमता केवल 15 हजार ही है। 

7-कैप्टाउन- न्यूज़ीलैंड

7-कैप्टाउन- न्यूज़ीलैंड
केपटाउन की ख़ूबसूरती से तो हर न्यूज़ीलैंड वासी पहले से ही वाकिफ है। निःसंदेह यह स्टेडियम दुनिया के सबसे आकर्षक क्रिकेट मैदानों में से एक है। 

6)  लंदन-लॉर्ड्स 

6)  लंदन-लॉर्ड्स 
कई क्रिकेट प्रेमियों के लिए तो 'लॉर्ड्स' का मैदान एक ड्रीम वेन्यू है। इस ऐतिहासिक मैदान में 4 वर्ल्ड कप के फाइनल खेले जा चुके हैं।1814 में बना यह मैदान दुनिया के सबसे खूबसूरत मैदानों में से एक है। 

5) पर्थ- वाका 

5) पर्थ- वाका 
'पश्चिम ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट संघ' द्वारा संचालित इस मैदान में जाने का सौभाग्य एक बार में 22000 दर्शकों को ही हासिल होता है। 1893 में बने इस मैदान में फुटबॉल और रग्बी जैसे खेल भी खेले जा चुके हैं। 

4)  ऑकलैंड- ईडन पार्क 

4)  ऑकलैंड- ईडन पार्क 
न्यूज़ीलैंड के सबसे बड़े शहर में स्थित ईडन पार्क दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित मैदानों में से एक है। 83 साल पुराना यह मैदान दुनिया के सबसे आकर्षक और खूबसूरत मैदानों में चौथे स्थान पर है। 

6)  ढाका-शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम

6)  ढाका-शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम
बांग्लादेश के ढाका में स्थित इस मैदान के लोग दीवाने हैं। सूरज डूबने के समय यहाँ का नज़ारा कुछ अलग ही होता है। बांग्लादेश का यह स्टेडियम दुनिया के खूबसूरत स्टेडियम्स की श्रेणी में तीसरे स्थान पर है। 

2)  ऑस्ट्रेलिया- एडिलेड, ओवल

2)  ऑस्ट्रेलिया- एडिलेड, ओवल
दुनिया का पहला 'दिन-रात्रि' टेस्ट मैच इस स्टेडियम में खेले जाने के पीछे का कारण है, इस स्टेडियम की खूबसूरती। यह स्टेडियम भी उन्ही कुछ खूबसूरत स्टेडियम्स में से एक है जहाँ दर्शक खुदको चाहें भी तो जाने से रोक नहीं पाते। 

1) भारत, धर्मशाला 

1) भारत, धर्मशाला 
'हिमाचल प्रदेश क्रिकेट स्टेडियम' का यह स्टेडियम, दुनिया का सबसे खूबसूरत स्टेडियम है। ठण्ड के मौसम में स्टेडियम के पीछे दिखने वाली पहाड़ों की चोटियों पर जब बर्फ की चादर बिछी होती है तब यहाँ का नजारा जन्नत से कम नहीं होता है।

दुनिया के ये 10 सबसे ऊंचे बांध कर देंगे आपको अचंभित

दुनिया के ये 10 सबसे ऊंचे बांध कर देंगे आपको अचंभित 
पानी का काम बहना होता है। लेकिन मनुष्य को अपने दैनिक जीवन में पानी की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। पानी की इस आपूर्ति के लिए वो पानी को रोककर एक जगह इकट्ठा करता हैं। इस काम के लिए वो जिस अवरोध का इस्तेमाल करता है, उसे 'बांध' कहते हैं। भारत में ही लगभग 4000 छोटे-बड़े बांध हैं और पूरी दुनिया में तो ऐसे अनगिनत बांध हैं। बांध, बाढ़ आने से तो रोकते ही हैं और साथ ही इनकी मदद से जमा किया गया पानी सिंचाई, बिजली बनाने, पेय जल के रूप में और नौवहन में किया जाता हैं।  
आज हम यहाँ विश्व के सबसे ऊँचे बांधों के बारे में बात करने वाले हैं। इन बांधों की कई बिंदुओं के आधार पर तुलना की जाती है जिसमें बांध द्वारा बनाये गए जलाशय का परिमाण, उनके उपयोग, आकार संरचना और आकार शामिल हैं। 

1. Nurek dam, तजिकिस्तान 

1. Nurek dam, तजिकिस्तान 
न्युरेक बांध दुनिया का सबसे ऊंचा बांध हैं। इसकी ऊंचाई 304 मीटर (लगभग 980 फ़ीट) हैं। यह ताजिकिस्तान Vakhsh नदी के पार बना हुआ है। इसका निर्माण कार्य 1961 में शुरू होकर 1981 में खत्म हुआ था।

2. Xiaowan dam,चीन 

2. Xiaowan dam,चीन 
दुनिया के इस दूसरे सबसे ऊंचे बांध की ऊंचाई 292 मीटर ( लगभग 958 फ़ीट) हैं।  यह बांध Lancang नदी पर बना है और दुनिया का सबसे बड़ा आर्च डैम हैं। इस बांध का निर्माण पनबिजली ऊर्जा प्रदान करने के लिए हुआ था और यह 4,200 MW पॉवर स्टेशन को सपोर्ट करता हैं। इसका निर्माण 2002-2010 के दौरान हुआ।  

3. Grande Dixence dam, स्विट्ज़रलैंड 

3. Grande Dixence dam, स्विट्ज़रलैंड 
Dixence नदी पर बने इस बांध की ऊंचाई 285 मीटर( लगभग 935 फ़ीट) है। यह दुनिया का सबसे ऊँचा ग्रेविटी डैम हैं। यह डैम भी पनबिजली निर्माण के लिए ही बनाया गया था। यह चार पॉवर स्टेशन्स को ईंधन प्रदान करता है और 40,000 घरों को रोशन करने योग्य ऊर्जा उत्पादित करता है।  

4. Enguri Dam, जॉर्जिया 

4. Enguri Dam, जॉर्जिया 
यह दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा 'आर्च' डैम हैं। इस हाइड्रो-इलेक्ट्रिक डैम की ऊंचाई 271.5 मीटर (891 फ़ीट) है। यह बांध जॉर्जिया की Enguri नदी पर बना हुआ हैं।  

5. Vajont dam, इटली 

5. Vajont dam, इटली 
1959 में बना यह बांध आज अनुपयोगी हैं। इसकी ऊंचाई 261.6 मीटर (858 फ़ीट) है। यह इटली के वेनिस के उत्तर में 100 किलोमीटर दूरी पर स्थित Vanjot नदी की घाटी पर बना हुआ हैं।  

6. Manuel Moreno Torres Dam, मैक्सिको 

6. Manuel Moreno Torres Dam, मैक्सिको 
इस एम्बार्कमेंट डैम की ऊंचाई 261 मीटर (856 फ़ीट) हैं। यह Grijalwa नदी पर बना हुआ हैं।  नवीनीकरण के बाद यह मेक्सिको का सबसे ऊंचा बांध बना। इसका निर्माण 1974-1980 के दौरान हुआ।

7. Nuozhadu Dam, चीन 

7. Nuozhadu Dam, चीन 
पनबिजली के उत्पादन के लिए बनाए गए इस 261 मीटर (856 फ़ीट) ऊंचे बांध को फ्लड कंट्रोल और नेविगेशन के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। यह Lancang नदी पर बना हुआ हैं।  

8. Tehri Dam, भारत 

8. Tehri Dam, भारत 
260.5 मीटर (855 फ़ीट) ऊंचा 'टिहरी बांध' भारत का सबसे बड़ा बांध हैं। यह मल्टी-पर्पस बांध भागीरथी नदी पर बना हुआ हैं। यह जलाशय, बिजली बनाने के साथ ही सिंचाई और पेय जल की पूर्ति के लिए भी किया जाता हैं।  

9. Mauvoisin Dam, स्विट्ज़रलैंड 

9. Mauvoisin Dam, स्विट्ज़रलैंड 
इस बांध की ऊंचाई 250 मीटर (820 फीट) हैं। यह आर्च डैम Val De Bagnes के आस-पास बना हुआ हैं। यह बांध 1957 में बनकर तैयार हो गया था। 1991 में इस बांध की कैपेसिटी को बढ़ा दिया गया था।  

10. Laxiwa Dam, चीन 

10. Laxiwa Dam, चीन 
4,200 मेगावाट की पावर जनरेशन कैपेसिटी वाला यह बांध 250 मीटर (820 फ़ीट) ऊंचा हैं। यह बांध 'येलो नदी' पर बना हुआ हैं।  
दुनिया के 10 सबसे खतरनाक पुल के बारे में जानने के लिए यह लेख पढ़ें।